क्या दुःख है, समंदर को बता भी नहीं सकता आँसू की तरह आँख तक आ भी नहीं सकता तू छो…
वो गया के रुत (ऋतू) ही बदल गयी .,,!! एक शक्श सारे शहर को वीरान कर गया .,.,!! Wo…